मैं वो गुरु नहीं जो अपने शिष्य का अंगूठा कटवा दूँ :- हरीश रावत

सोर समाचार , पिथौरागढ़ :-

नगर निकाय चुनाव के बाद पिथौरागढ़ कांग्रेस में मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। विधायक मयूख महर और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयानों से कांग्रेस में अंदरूनी खींचतान तेज़ हो गई है।

बाखली में हुई एक बैठक में विधायक मयूख महर ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पिथौरागढ़ के लोगों का अपमान किया है और जब पूरे राज्य में उम्मीदवार विधायकों की राय से तय किए गए, तो पिथौरागढ़ में ऐसा क्यों नहीं हुआ? उन्होंने साफ कहा कि जब तक करण माहरा प्रदेश अध्यक्ष हैं, वह कांग्रेस में नहीं रहेंगे।

इस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह मयूख महर को अपना शिष्य मानते हैं और उनका संघर्ष सराहनीय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के संघर्ष में मयूख की अहम भूमिका होनी चाहिए और वह 2027 में कांग्रेस को मजबूत करेंगे।

हरीश रावत ने यह भी जोड़ा कि पिथौरागढ़ में जो विकास कार्य हुए, वे उनके कार्यकाल में संभव हुए और आज की सरकार उनसे तुलना नहीं कर सकती।

दोनों नेताओं के बयान साफ तौर पर यह संकेत देते हैं कि पार्टी के भीतर असंतोष गहराता जा रहा है और आने वाले दिनों में कांग्रेस के लिए पिथौरागढ़ में संगठनात्मक चुनौतियां बढ़ सकती हैं।

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