सोर समाचार , पिथौरागढ़ :- सीमांत जिले पिथौरागढ़ के लिए बड़ी खबर है! गौरीगंगा नदी पर प्रस्तावित 120 मेगावाट की सिरकारी भ्योल रूपसियाबगड़ जल विद्युत परियोजना को आखिरकार हरी झंडी मिल गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मेहनत रंग लाई और दिल्ली में हुई वन सलाहकार समिति की बैठक में इस परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई। कुल 29.997 हेक्टेयर वन भूमि के स्थानांतरण का रास्ता अब साफ हो गया है। खास बात ये है कि ये परियोजना पर्यावरणीय रूप से काफी संवेदनशील तरीके से तैयार की गई है—ज्यादातर संरचनाएं भूमिगत होंगी और ना कोई विस्थापन होगा, ना कोई ईको-सेंसिटिव ज़ोन प्रभावित। इस परियोजना से हर साल 529 मिलियन यूनिट हरित ऊर्जा पैदा होगी, जिससे न केवल राज्य ऊर्जा आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोज़गार और बुनियादी सुविधाएं भी मिलेंगी। मुख्यमंत्री ने इसे उत्तराखंड के विकास की ऐतिहासिक नींव बताया है।
पिथौरागढ़ को मिली 120 मेगावाट की ऊर्जा सौगात
