पिथौरागढ़ | सोर समाचार
उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के पहले चरण के बाद कांग्रेस ने राज्य सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि इन चुनावों में लोकतंत्र को बेरहमी से कुचला गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष और प्रशासन ने मिलकर पहले गांवों में प्रशासक बिठाए, फिर योजनाओं और पंचायत निधियों का दुरुपयोग कर भाजपा के पक्ष में चुनाव को प्रभावित किया। मतदाता सूचियों से छेड़छाड़, बूथ संरचना में बदलाव और ड्यूटी लिस्ट लीक कर पूरा चुनाव एक राजनीतिक साज़िश की तरह संचालित किया गया।
पिथौरागढ़ में धारचूला विधायक हरीश धामी ने भी गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि मदकोट और रिगू बूथ की मतपेटियों को जिलाधिकारी के आदेश पर मुनस्यारी भेजा गया, जिसकी पारदर्शिता पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं।
करन माहरा ने चुनाव आयोग से इन मतपेटियों को न्यायिक निगरानी में सील करने, ड्यूटी लिस्ट लीक मामले की जांच कराने और प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्मतदान की मांग की है।
उनका साफ कहना है—ये लोकतंत्र नहीं, सत्ता प्रायोजित तानाशाही है… और कांग्रेस हर मंच पर इसका विरोध करेगी।

