सोर समाचार , पिथौरागढ़ :- एक तरफ काले बादल थे, दूसरी तरफ पिथौरागढ़ की सफेद इमारतों पर गिरती हल्की धूप… और फिर अचानक ऐसा दृश्य, जिसने मौसम की हर परिभाषा को बदल दिया। शहर के आसमान पर एक नहीं, दो इंद्रधनुष दिखाई दिए — मानो प्रकृति ने खुद अपनी पेंटिंग उतार दी हो।
ये नज़ारा कोई आम दृश्य नहीं था। ये एक ऐसा क्षण था, जब शहर के ऊपर आसमान ने चुपचाप एक कविता लिखी। जब ज़मीन पर हलचल नहीं थी, तो ऊपर रंगों ने हर कोने में जीवन भर दिया। और हैरानी की बात ये रही कि इतने अद्भुत नज़ारे के बावजूद छतें खाली थीं, बालकनियाँ सुनसान। शायद शहर की भागदौड़, बारिश की लय और समय की चुप्पी ने लोगों को उस पल से दूर रखा — लेकिन कैमरा जाग रहा था, और सोर समाचार ने वो लम्हा कैद कर लिया।


इन दोनों इंद्रधनुषों के बीच एक बेहद महीन-सी बात भी छिपी है — ज़िंदगी में खूबसूरत चीज़ें अक्सर तब दिखती हैं जब हम सबसे कम उम्मीद करते हैं। जब बादल सबसे गहरे होते हैं, वहीं से सबसे रंगीन आशाएँ जन्म लेती हैं।
पिथौरागढ़ की वादियों में इस समय फिर बारिश की आहट है। मौसम का मिजाज़ पल-पल बदल रहा है। लेकिन अब जो बदलता है, वो डर नहीं देता, बल्कि उम्मीदें जगाता है।
🔴 सोर समाचार की अपील:
रंगों को सिर्फ तस्वीरों में न देखिए, अपनी ज़िंदगी में भी महसूस कीजिए। थोड़ा थम जाइए, थोड़ा देखिए, थोड़ा जी लीजिए। मौसम का हर रंग कोई न कोई संदेश लेकर आता है — बस उसे देखने के लिए हमारी आँखों में थोड़ी सी फुर्सत चाहिए।